Yaddasht Badhane ke upay | याददाश्त बढ़ाने के उपाय: अक्सर, हम अपनी चाबियाँ खो देते हैं या आवश्यक दस्तावेजों को बेतरतीब रखकर उनकी स्थिति भूल जाते हैं। इस स्थिति में, खासकर परीक्षा की तैयारी जैसे महत्वपूर्ण क्षणों में, छात्र कुछ महत्वपूर्ण सवालों के उत्तर भूल सकते हैं और उनके परिणामों के साथ निराशा महसूस कर सकते हैं। इस तरह की चुनौतियों के बाद, खुद की याददाश्त पर विश्वास कमजोर हो सकता है या आत्मसमर्थन में कमी हो सकती है।
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Verywell Mind के अनुसार, यह अच्छी खबर है कि आप अपनी याददाश्त को मजबूत बनाने के लिए कई तकनीकों का उपयोग कर सकते हैं। जबकि जो लोग बढ़ते हैं, उनकी याददाश्त स्वाभाविक रूप से कमजोर हो सकती है, लेकिन विभिन्न आयु समूहों के व्यक्तियों को पोषण की कमी या स्वास्थ्य समस्याएं होने के कारण जानकारी रखने में कठिनाई हो सकती है।
अगर आपको या आपके किसी करीबी को याददाश्त में कठिनाई है, तो आप अपने आहार में याददाश्त को मजबूत बनाने वाले खाद्य पदार्थों को शामिल करके और अपनी दिनचर्या में साधारित अभ्यासों को अपनाकर इस समस्या से निराश हो सकते हैं। याददाश्त बढ़ाने के लिए अपने जीवनशैली में यहां बताए गए कुछ घरेलू तरीकों को जानते हैं।
Yaddasht Badhane ke upay
- जिनसेंग:
- याददाश्त तेज करने का उपाय है जिनसेंग। यह न केवल एंटी-एजिंग जड़ी बूटी है बल्कि इसमें जिनसेनोसाइड नामक एक्टिव तत्व होता है जो कि नूट्रोपिक प्रभाव (याददाश्त और बौद्धिक क्षमता बढ़ाने वाले) देने के लिए जाना जाता है। जिनसेंग खासतौर पर मस्तिष्क की कोशिकाओं के बीच संकेत भेजने में मदद करता है जिससे आप चीजों को आसानी से याद रख सकते हैं।
- हल्दी:
- याददाश्त तेज करने का घरेलू नुस्खा है हल्दी। हल्दी में करक्यूमिन नामक तत्व होता है जो कि शरीर में एंटी-इंफ्लामेट्री प्रभाव देता है। इसमें एंटीऑक्सीडेंट प्रभाव भी होता है। पशुओं पर किए गए कई अध्ययनों में पाया गया कि करक्यूमिन मस्तिष्क में ऑक्सीडेटिव डैमेज और सूजन को कम करने में मदद करता है।
- सेब:
- सेब में क्यूरसेटिन नामक एंटीऑक्सीडेंट होता है जो कि मस्तिष्क की कोशिकाओं को नुकसान से बचाता है। अगर इन कोशिकाओं को नुकसान पहुंचे तो बौद्धिक क्षमता में भारी गिरावट आ सकती है। सेब पार्किंसन और अल्जाइमर जैसी बीमारियों के खतरे को कम करने की शक्ति रखता है।
- एक्सरसाइज:
- शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ रहने के लिए व्यायाम बहुत जरूरी है। रिसर्च में सामने आया है कि एक्सरसाइज से सभी उम्र के लोगों की याददाश्त में सुधार आने में मदद मिल सकती है। वहीं कई अध्ययनों में एक्सरसाइज से न्यूरोप्रोटेक्टिव प्रोटीन के स्राव में बढ़ोत्तरी हो सकती है और मानसिक स्वास्थ्य में सुधार लाने वाले न्यूरोंस के विकास में भी सुधार आता है।
- ब्राह्मी:
- याददाश्त बढ़ाने और बौद्धिक क्षमता में सुधार लाने के लिए ब्राह्मी सबसे बेहतरीन जड़ी बूटियों में से एक है। इसमें बैकोसाइड और सिटग्मास्टेरोल जैसे कई बायोएक्टिव तत्व मौजूद हैं जो न सिर्फ याददाश्त में सुधार लाते हैं बल्कि मस्तिष्क के कार्य को भी ठीक करते हैं।
- शंखपुष्पी:
- याददाश्त तेज करने का घरेलू उपाय है शंखपुष्पी। ये जड़ी बूटी भी नूट्रोपिक प्रभावित देती है। इसका इस्तेमाल तनाव, अनिद्रा और एंग्जायटी के इलाज में किया जाता है। पशुओं पर किए गए अध्ययन में पाया गया है कि शंखपुष्पी मस्तिष्क की कोशिकाओं के बीच संबंध को बढ़ाती है जिससे मस्तिष्क के कार्य में सुधार आता है।
- फिश ऑयल सप्लीमेंट:
- मछली का तेल ओमेगा-3 फैटी एसिड इकोसपेंटेनोइक एसिड (ईपीए) और डोकोसेहैक्सेनोइक एसिड (डीएचए) से युक्त होता है। ये फैट तनाव और एंग्जायटी को कम करने में मदद करते हैं। कई अध्ययनों में सामने आया है कि फिश ऑयल सप्लीमेंट से खासतौर पर बुजुर्ग व्यक्तियों की याददाश्त में सुधार आ सकता है।
- शराब से दूर रहें:
- शराब का अधिक सेवन कई तरह से याददाश्त को प्रभावित करता है। 155 कॉलेज के छात्रों पर की गई स्टडी में पाया गया कि जो छात्र कम समय में ही (हफ्ते या महीने में) 6 या इससे ज्यादा ड्रिंक लेते हैं तो उन्हें चीजों को याद रखने में ड्रिंक न करने वाले लोगों की तुलना में दिक्कत होती है।
- मेडिटेशन:
- मेडिटेशन तनाव को कम करने और एकाग्रता बढ़ाने में मदद करता है। साइकोलॉजी के 293 छात्रों को माइंडफुलनेस ट्रेनिंग दी गई जिससे इनकी चीजों को याद रखने की क्षमता में सुधार आए। अध्ययन में पाया गया कि जिन छात्रों को ट्रेनिंग नहीं दी गई थी उनकी तुलना में ट्रेनिंग लेने वाले छात्रों की याददाश्त में सुधार आया है।
Yaddasht Badhane ke upay: धरेलू उपाय
- फोकस को अटेंशन दें (Focus on Attention): Try to ensure that there is no distraction in the place where you are trying to remember something or studying. For example, there should be no TV, radio, children, or friends around.
- रटने से बचें (Avoid Rote Learning): Strive to read more materials, conduct research on the internet, and discuss the subject with teachers or friends. This way, the material will sit well in your mind without resorting to rote learning.
- व्यवस्थित तरीके से करें (Organize Systematically): Research has found that if you organize things systematically, you will remember them easily.
- याद रखने का तरीका निकालें (Develop a Memorization Technique): Create a technique for memorization, such as remembering through poems, songs, jokes, or puzzles. These will help you in recall.
- अभ्यास और रिवाइज करें (Practice and Revise): If you repeatedly read something or practice it two or three times, you can remember those things for the long term.
- विजुअल कॉन्सेप्ट (Visual Concept): You can write on flashcards, colorful notes, etc., and stick them on the wall or board. Viewing them repeatedly will help them stick in your mind.
- पूरी नींद लें (Get Enough Sleep): Lack of sleep affects memory. Therefore, ensure you get enough sleep.
- याददाश्त तेज करने का उपाय है शंखपुष्पी (Memory Boost with Shankhpushpi): Shankhpushpi, an herb, has a neuroprotective effect and enhances the connection between brain cells, improving brain function.
Yaddasht Badhane ke upay: याददाश्त बढ़ाने का मंत्र
बुद्धि और स्मरण शक्ति बढ़ाने के लिए रोजाना बुद्ध के मंत्र ‘ॐ ब्रां ब्रीं ब्रौं सः बुधाय नमः’, ‘ॐ बुं बुधाय नमः’ या ‘ॐ ऐं श्रीं श्रीं बुधाय नमः’ में से किसी एक का रोजाना 108 बार जाप करें. कुछ ही दिन में फर्क दिखने लगेगा. इसके अलावा दुर्गा सप्तशती के मंत्र ॐ ऐं हृं क्लीं महासरस्वती देव्यै नमः का जाप करना भी कुशाग्र बुद्धि का मालिक बनाता है.
Yaddasht Badhane ke upay: याददाश्त बढ़ाने का योग
पद्मासन (Padmasana)
पद्मासन को कमल मुद्रा आसन भी कहा जाता है, जो हमारी मांसपेशियों के तनाव को कम करके, दिमाग को शांत करता है। यह आसन एक्टिव करने के साथ-साथ और दिमाग की सेहत में भी सुधार करता है। इसे करने से शरीर को काफी आराम मिलता है।
शीर्षासन (Sirsasana)
शीर्षासन को हैंडस्टैंड भी कहा जाता है। हमारे ब्रेन तक ब्लड के प्रवाह को पहुंचाने के लिए यह सबसे महत्वपूर्ण आसान है। जिसकी मदद से हमारा ब्रेन स्वस्थ रहता है और लंबे वक्त तक अच्छी तरह से काम कर सकता है। इसे सभी आसनों का राजा भी कहा जाता है। जब आप शीर्षासन करते हुए सांस छोड़ते हैं, तो यह आपके शरीर से तनाव को भी बाहर करता है और पाचन तंत्र में सुधार करता है।
बकासन (Bakasana)
बकासन शरीर में संतुलन और फ्लेक्सिबिलिटी को बढ़ाने का काम करता है। इस आसन को करने के लिए शरीर के आवश्यक अंगों को एक साथ काम करना होता है, जिसके लिए एकाग्रता की भी आवश्यकता होती है। इस आसन से हाथों का संतुलन बनाने के लिए कलाई, बांह, पीठ का ऊपरी हिस्सा और कंधे में भी ताकत बढ़ती है। इस आसन को पूरा करना उपलब्धि से कम नहीं है।
पादहस्तासन (Padahastasana)
पादहस्तासन एकाग्रता बढ़ाने के लिए सबसे अच्छे आसनों में से एक है। इसे करने से पेटी की चर्बी को कम करने के साथ-साथ पाचन तंत्र में भी सुधार होता है। इस आसान से हमारा ब्रेन एक्टिव होता है और उसमें ब्लड सर्कुलेशन बढ़ता है। जिससे हमारी याददाश्त तेज होती है।
पश्चिमोत्तानासन (Paschimottanasana)
पश्चिमोत्तानासन करने के दौरान जब हम बैठकर आगे की ओर झुकते हैं तो इससे हमारी एकाग्रता और ब्रेन में ब्लड का सुर्कलेशन बढ़ता है। जिससे दिमाग को शांति मिलती है और याददाश्त में सुधार होता है। जो लोग सिरदर्द की समस्या से परेशान हैं, उनके लिए भी यह आसन बहुत फायदेमंद है।
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याददाश्त बढ़ाने के धरेलू उपाय क्या है?
फोकस को अटेंशन दें
याददाश्त तेज करने का उपाय है शंखपुष्पी
व्यवस्थित तरीके से करें
रटने से बचें
अभ्यास और रिवाइज करें
याद रखने का तरीका निकालें
पूरी नींद लें
याददाश्त बढ़ाने का मंत्र क्या है ?
बुद्धि और स्मरण शक्ति बढ़ाने के लिए रोजाना बुद्ध के मंत्र ‘ॐ ब्रां ब्रीं ब्रौं सः बुधाय नमः’, ‘ॐ बुं बुधाय नमः’ या ‘ॐ ऐं श्रीं श्रीं बुधाय नमः’ में से किसी एक का रोजाना 108 बार जाप करें. कुछ ही दिन में फर्क दिखने लगेगा. इसके अलावा दुर्गा सप्तशती के मंत्र ॐ ऐं हृं क्लीं महासरस्वती देव्यै नमः का जाप करना भी कुशाग्र बुद्धि का मालिक बनाता है.
याददाश्त बढ़ाने का योग कैसे करते है ?
पद्मासन (Padmasana)
शीर्षासन (Sirsasana)
बकासन (Bakasana)
पादहस्तासन (Padahastasana)
पश्चिमोत्तानासन (Paschimottanasana)