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kaal bhairav ashtami 2024: भगवान शिव के भयानक रूप भगवान काल भैरव को समर्पित है। यह दिन समय के देवता काल भैरव की जयंती का प्रतीक है। इसलिए, यह दिन भगवान शिव के अनुयायियों के लिए बहुत महत्व रखता है।
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यह दिन तब अधिक शुभ माना जाता है जब यह मंगलवार या रविवार को आता है क्योंकि ये दिन भगवान काल भैरव को समर्पित होते हैं। इसे महा काल भैरव अष्टमी या काल भैरव अष्टमी के नाम से भी जाना जाता है।
kaal bhairav ashtami 2024: पूजा विधान
- कालभैरव जयंती पर, भक्त सुबह जल्दी पवित्र स्नान करते हैं और फिर सभी अनुष्ठान करना शुरू करते हैं।
- भक्त तीनों देवताओं, देवी पार्वती, भगवान शिव और भगवान काल भैरव की एक साथ पूजा करते हैं। देवताओं को मिठाई, फूल और फल चढ़ाए जाते हैं। पूजा पूरी हो जाने के बाद, भक्त काल भैरव कथा का जाप करते हैं।
- पूरी रात जागकर (बिना सोये) भगवान शिव और भगवान कालभैरव की कथाएँ आमंत्रित किऐ गये लोगों व अन्य सभी भक्तों को सुनाई जाती हैं। कालभैरव मंत्रों का पाठ करने के बाद, भक्त आधी रात को काल भैरव की आरती करते हैं। शंख, घंटियों और ढोल की थाप के साथ एक पवित्र वातावरण बनाया जाता है।
- भक्त अपने सभी पापों और बाधाओं से मुक्ति और भारी सफलता पाने के लिए कालभैरव जयंती का व्रत भी रखते हैं।
- कुछ स्थानों पर, भक्त कुत्तों को मिठाई और दूध भी परोसते हैं क्योंकि यह एक धार्मिक कार्य माना जाता है। कुत्तों को भगवान कालभैरव का वाहन माना जाता है।
kala bhairava ashtami pooja timings
- Kalabhairav Jayanti on Friday, November 22, 2024
- Ashtami Tithi Begins – 06:07 PM on Nov 22, 2024
- Ashtami Tithi Ends – 07:56 PM on Nov 23, 2024
kaal bhairav jayanti
कालाष्टमी अथवा काल अष्टमी की हिन्दू धर्म में बहुत महत्ता है। कालाष्टमी का त्यौहार हर माह की कृष्णपक्ष की अष्टमी तिथि को मनाया जाता है। इस दिन कालभैरव की पूजा की जाती है जिन्हें शिवजी का एक अवतार माना जाता है।
कालाष्टमी व्रत बहुत ही फलदायी माना जाता है। भगवान् कालभैरव के भक्त प्रत्येक मास की ‘कालाष्टमी’ के दिन उनकी पूजा, उपासना और उनके निमित्त उपवास करते हैं। भगवान शिव द्वारा प्रकट भगवान भैरव का जन्म मार्गशीर्ष कृष्णाष्टमी के दिन हुआ इसलिये हर माह की कृष्ण पक्ष की अष्टमी के मध्यरात्रि में भैरव की पूजा की जाती है और कुछ जगह रात्रि जागरण भी किया जाता है।
kaal bhairav ashtakam/ashtami: मासिक कालाष्टमी पूजा 2024 की सभी तारीख
त्यौहार के नाम | दिन | त्यौहार के तारीख |
---|---|---|
मासिक कालाष्टमी पूजा | गुरूवार | 4 जनवरी 2024 |
मासिक कालाष्टमी पूजा | शुक्रवार | 2 फरवरी 2024 |
मासिक कालाष्टमी पूजा | रविवार | 3 मार्च 2024 |
मासिक कालाष्टमी पूजा | मंगलवार | 2 अप्रैल 2024 |
मासिक कालाष्टमी पूजा | बुधवार | 1 मई 2024 |
मासिक कालाष्टमी पूजा | गुरूवार | 30 मई 2024 |
मासिक कालाष्टमी पूजा | शुक्रवार | 28 जून 2024 |
मासिक कालाष्टमी पूजा | रविवार | 28 जुलाई 2024 |
मासिक कालाष्टमी पूजा | सोमवार | 26 अगस्त 2024 |
मासिक कालाष्टमी पूजा | मंगलवार | 24 सितंबर 2024 |
मासिक कालाष्टमी पूजा | गुरूवार | 24 अक्टूबर 2024 |
मासिक कालाष्टमी पूजा | शनिवार | 23 नवंबर 2024 |
मासिक कालाष्टमी पूजा | रविवार | 22 दिसंबर 2024 |
kaal bhairav mantra
“ह्रीं बटुकाय अपुधरायणं कुरु कुरु बटुकाय ह्रीं।”
“ओम ह्रीं वम वटुकरसा आपुद्दुर्धका वतुकाया ह्रीं”
“ओम ह्रीं ह्रीं ह्रौं ह्रीं ह्रौं क्षाम क्षिप्रपलाय काल भैरवाय नमः”
ॐ काल भैरवाय नमः मंत्र के फायदे क्या है ?
- शीघ्र इच्छापूर्ति
- भूत बाधा से छुटकारा
- शत्रु का नाश
काल भैरव अष्टमी 2024 में कब है?
Kalabhairav Jayanti on Friday, November 22, 2024
Ashtami Tithi Begins – 06:07 PM on Nov 22, 2024
Ashtami Tithi Ends – 07:56 PM on Nov 23, 2024
ॐ काल भैरवाय नमः मंत्र के फायदे?
शीघ्र इच्छापूर्ति
भूत बाधा से छुटकारा
शत्रु का नाश